Monday 12 September 2016

ख्वाहिश

सिर्फ इतना ही कहा है , प्यार है तुमसे...!!!
जज्बातों की कोई नुमाइश नहीं की...!!!
प्यार के बदले सिर्फ प्यार माँगा है...!!!
रिश्ते की कोई गुजारिश नहीं की...!!!
चाहो तो भुला देना हमे दिल से...!!!
सदा याद रखने की सिफारिश नहीं की...!!!
खामोशी से तूफ़ान सह लेते है जो...!!!
उन बादलो ने इजहार की बारिश नहीं की...!!!
तुम्हे ही माना है रहनुमा अपना...!!!
और तो किसी चीज की ख्वाहिश नहीं की...!!!

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